मेजर रतन सिंह यादव का जन्म १६ फरवरी १९४३ जी भगदयाणा (महेंद्र गढ़ हरयाणा ) में हुआ! आपने प्रारम्भिक शिक्षा से लेकर एम. ए. तक सभी परीक्षाएं प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की! भारतीय सेना में रहकर युद्धयों में सक्रिय भाग लेते हुए बहु शिक्षा क्षेत्र से जुड़े रहे! १९६५ तथा १९७१ के भारत पाक युद्ध में उत्कृष्ट सैन्य सेवा के कारण आपको केक सैन्य पदक तथा स्टार प्रदान किये गए! प्रस्तुत पुस्तक आगमप्रकाश की सरल और सुबोध व्याख्या करके इसे सामान्य पाठक के योग्य बनाकर हिंदी साहित्य को एक अनुपम कृति प्रदान की है! यह व्याख्या आपके बहुक्षेत्रीय ज्ञान को घोतक है! आजकल आप सेना की सेवा से नृत्वित्त होकर साहित्य सर्जन साधना में सत् सलग्न है!
मेजर रतन सिंह यादव का जन्म १६ फरवरी १९४३ जी भगदयाणा (महेंद्र गढ़ हरयाणा ) में हुआ! आपने प्रारम्भिक शिक्षा से लेकर एम. ए. तक सभी परीक्षाएं प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की! भारतीय सेना में रहकर युद्धयों में सक्रिय भाग लेते हुए बहु शिक्षा क्षेत्र से जुड़े रहे! १९६५ तथा १९७१ के भारत पाक युद्ध में उत्कृष्ट सैन्य सेवा के कारण आपको केक सैन्य पदक तथा स्टार प्रदान किये गए! प्रस्तुत पुस्तक आगमप्रकाश की सरल और सुबोध व्याख्या करके इसे सामान्य पाठक के योग्य बनाकर हिंदी साहित्य को एक अनुपम कृति प्रदान की है! यह व्याख्या आपके बहुक्षेत्रीय ज्ञान को घोतक है! आजकल आप सेना की सेवा से नृत्वित्त होकर साहित्य सर्जन साधना में सत् सलग्न है!