पुस्तक के बारे में
विशेषताएँ: रोगियों की चिकित्सा करके 'स्वस्थ' होने पर सुखानुभव सरल, सस्ती चिकित्सा उपलब्ध कराना; पुराने, असाध्य रोगों की बिना चीर-फाड़ चिकित्सा करना; पेट, कमर, वक्ष, स्त्री रोगों, असाध्य रोगों की सफल चिकित्सा का अधिक अनुभव; प्राय: होने वाले सभी रोगों, नये एवं जटिल रोगों की दीर्घकाल से चिकित्सा करते हुए गहन अनुभव; रोगी के भोजन की ऐसी व्यवस्था जिससे भोजन भी औषधि की तरह लाभ देता हुआ पोषण करे । दूर रहने वाले रोगियों की पत्र-व्यवहार द्वारा चिकित्सा एवं परामर्श । अपने ज्ञान और अनुभव को दूसरों को बताना एवं चिकित्सा में रुचि रखने वालों का मार्ग-दर्शन करना।
भूमिका
जनसाधारण को रक्तचाप (Blood Pressure) से मुक्त रहने व रक्तचाप के रोगियों का विभिन्न चिकित्सा पद्धतियों से स्वय द्वारा चिकित्सा करने तथा चिकित्सकों के ज्ञानवर्धन के लिए यह पुस्तक "ब्लड प्रेशर से पाएँ मुक्ति” लिखी है। इसमें बहुत से ऐसे नवीन विषय, विस्तार से भोजन के द्वारा चिकित्सा, योग, प्राणायाम, ध्यान आदि की सरल विधियाँ दी हैं जो पढ़ने को बहुत कम मिलती हैं । इसलिए यह कहा जा सकता है कि ब्लडप्रेशर पर अनेक पुस्तकें उपलब्ध होने पर भी यह पाठकों को अच्छी लगेगी तथा जन-साधारण रक्तचाप के रोग से ग्रस्त होने से बच सकेगा, रोग से मुक्त हो सकेगा । यह आभास इस पुस्तक को पढ़ते ही हो जायेगा। विषय को अच्छी तरह उत्साह से समझाते हुए मेरा उद्देश्य रक्तचाप से पीड़ित मानवता की सेवा करना है। पुस्तक की उपयोगिता का निर्णय तो पाठक ही करेंगे। चिकित्सक अपने प्रयास से रोगी को रोग मुक्त करने के लिए सलाह और दवाइयों देता है, समयाभाव के कारण रोगी की सारी बातों का उत्तर नहीं दे पाता, उसकी पूर्ति यह पुस्तक करती है। हमें रोग मुक्त रहने के लिए क्या खाना है, कैसे रहना है? रक्तचाप । क्या है, क्यों होता है? इससे मुक्त होने के लिए हमें क्या करना है? इन विषयों का ज्ञान यह रचना कराती है।
ऐलोपैथिक पद्धति की ओर सबसे पहले रोगी जाता है । वहाँ बहुत सारी जाँचें करने के पश्चात् दवाई लिखी जाती है । जाँचे और दवाइयाँ बहुत महँगी होती हैं, जिनका खर्चा आसानी से सहन नहीं होता । मजबूरी में खर्च करके कुछ दिनों की चिकित्सा के खर्चे को आगे वहन नहीं कर पाने से वह अन्य चिकित्सा पद्धतियों-विशेष रूप से भोजन के द्वाराचिकित्सा, घरेलू देशी चले आ रहे नुस्खों, योग, प्राणायाम, चुम्बक, एक्युप्रेशर आदि जिनमें बहुत कम खर्चे से चिकित्सा होती है, उनको रोगी अपनाता है और उनमें बताये खान-पान व दिनचर्या से स्वस्थ हो जाता है।
इन परिस्थितियों में विजय पाने के लिए यह पुस्तक सरल और सफल साधन है । मैंने तो इसी विश्वास से इसे लिखा है कि लोग इसे पढ़कर स्वस्थ रहें, इन्ही शुभ कामनाओं के साथ धन्यवाद।
विषय-सूची |
||
1 |
रक्तचाप क्या है? |
7 |
2 |
रक्तचाप कैरने देखें और समझें? |
8 |
3 |
उच्च रक्तचाप के लक्षण |
13 |
4 |
उच्च रक्तचाप की चिकित्सा |
17 |
5 |
उच्च रक्तचाप में भोजन |
20 |
6 |
निम्न रक्तचाप के लक्षण व उपचार |
34 |
7 |
निम्न रक्तचाप में भोजन |
36 |
8 |
वैकल्पिक चिकित्सा |
41 |
पुस्तक के बारे में
विशेषताएँ: रोगियों की चिकित्सा करके 'स्वस्थ' होने पर सुखानुभव सरल, सस्ती चिकित्सा उपलब्ध कराना; पुराने, असाध्य रोगों की बिना चीर-फाड़ चिकित्सा करना; पेट, कमर, वक्ष, स्त्री रोगों, असाध्य रोगों की सफल चिकित्सा का अधिक अनुभव; प्राय: होने वाले सभी रोगों, नये एवं जटिल रोगों की दीर्घकाल से चिकित्सा करते हुए गहन अनुभव; रोगी के भोजन की ऐसी व्यवस्था जिससे भोजन भी औषधि की तरह लाभ देता हुआ पोषण करे । दूर रहने वाले रोगियों की पत्र-व्यवहार द्वारा चिकित्सा एवं परामर्श । अपने ज्ञान और अनुभव को दूसरों को बताना एवं चिकित्सा में रुचि रखने वालों का मार्ग-दर्शन करना।
भूमिका
जनसाधारण को रक्तचाप (Blood Pressure) से मुक्त रहने व रक्तचाप के रोगियों का विभिन्न चिकित्सा पद्धतियों से स्वय द्वारा चिकित्सा करने तथा चिकित्सकों के ज्ञानवर्धन के लिए यह पुस्तक "ब्लड प्रेशर से पाएँ मुक्ति” लिखी है। इसमें बहुत से ऐसे नवीन विषय, विस्तार से भोजन के द्वारा चिकित्सा, योग, प्राणायाम, ध्यान आदि की सरल विधियाँ दी हैं जो पढ़ने को बहुत कम मिलती हैं । इसलिए यह कहा जा सकता है कि ब्लडप्रेशर पर अनेक पुस्तकें उपलब्ध होने पर भी यह पाठकों को अच्छी लगेगी तथा जन-साधारण रक्तचाप के रोग से ग्रस्त होने से बच सकेगा, रोग से मुक्त हो सकेगा । यह आभास इस पुस्तक को पढ़ते ही हो जायेगा। विषय को अच्छी तरह उत्साह से समझाते हुए मेरा उद्देश्य रक्तचाप से पीड़ित मानवता की सेवा करना है। पुस्तक की उपयोगिता का निर्णय तो पाठक ही करेंगे। चिकित्सक अपने प्रयास से रोगी को रोग मुक्त करने के लिए सलाह और दवाइयों देता है, समयाभाव के कारण रोगी की सारी बातों का उत्तर नहीं दे पाता, उसकी पूर्ति यह पुस्तक करती है। हमें रोग मुक्त रहने के लिए क्या खाना है, कैसे रहना है? रक्तचाप । क्या है, क्यों होता है? इससे मुक्त होने के लिए हमें क्या करना है? इन विषयों का ज्ञान यह रचना कराती है।
ऐलोपैथिक पद्धति की ओर सबसे पहले रोगी जाता है । वहाँ बहुत सारी जाँचें करने के पश्चात् दवाई लिखी जाती है । जाँचे और दवाइयाँ बहुत महँगी होती हैं, जिनका खर्चा आसानी से सहन नहीं होता । मजबूरी में खर्च करके कुछ दिनों की चिकित्सा के खर्चे को आगे वहन नहीं कर पाने से वह अन्य चिकित्सा पद्धतियों-विशेष रूप से भोजन के द्वाराचिकित्सा, घरेलू देशी चले आ रहे नुस्खों, योग, प्राणायाम, चुम्बक, एक्युप्रेशर आदि जिनमें बहुत कम खर्चे से चिकित्सा होती है, उनको रोगी अपनाता है और उनमें बताये खान-पान व दिनचर्या से स्वस्थ हो जाता है।
इन परिस्थितियों में विजय पाने के लिए यह पुस्तक सरल और सफल साधन है । मैंने तो इसी विश्वास से इसे लिखा है कि लोग इसे पढ़कर स्वस्थ रहें, इन्ही शुभ कामनाओं के साथ धन्यवाद।
विषय-सूची |
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1 |
रक्तचाप क्या है? |
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रक्तचाप कैरने देखें और समझें? |
8 |
3 |
उच्च रक्तचाप के लक्षण |
13 |
4 |
उच्च रक्तचाप की चिकित्सा |
17 |
5 |
उच्च रक्तचाप में भोजन |
20 |
6 |
निम्न रक्तचाप के लक्षण व उपचार |
34 |
7 |
निम्न रक्तचाप में भोजन |
36 |
8 |
वैकल्पिक चिकित्सा |
41 |