दो खिड़कियाँ जिसके आधार पर इस संग्रह का नामकरण हुआ है, दुनिया के निज़ाम पर भयानक व्यंग करती हुई कहानी है! छह अन्य कहानियों में स्त्री और स्त्री के रिश्ते का विश्लेषण है! शीर्षक एक ही है-दो औरतें! 'पक्की हवेली' शीर्षक लघु उपन्यास में भूत-प्रेतों वाली एक हवेली का दर्द एक छोटी-सी बच्ची की जबानी है जो मनुष्य के मन की गुत्थियों को समझने में असमर्थ है पर डरती-काँपती और रोती उसको समझने का प्रयत्न करती है!
संग्रह की सारी रचनाएँ अमृता प्रीतम की स्वभावगत भावुकता से ओत-प्रोत हैं और मन पर बड़ा कवित्वमय प्रभाव छोड़ती हैं!
For privacy concerns, please view our Privacy Policy
Art & Architecture ( कला एवम् वास्तुकला ) (776)
Ayurveda ( आयुर्वेद ) (1835)
Buddhist ( बौद्ध ) (636)
Chaukhamba | चौखंबा (3346)
Cinema (सिनेमा) (89)
Devi ( देवी ) (1212)
Dharmashastra ( धर्मशास्त्र ) (155)
Gita (438)
Gita Press ( गीता प्रेस ) (726)
Hindu ( हिंदू धर्म ) (13239)
History ( इतिहास ) (7929)
Jainism (जैन धर्म) (129)
Jeevani ( जीवनी ) (906)
Jyotish ( ज्योतिष ) (1389)
Send as free online greeting card
Email a Friend
Manage Wishlist