पुस्तक परिचय
जापान के किसी पार्क की बेंच पर सोनेवाले एक युवा बैकपैकर से लेकर दुनिया की सबसे बड़े कॉर्पोरेट दिग्गज कंपनियों में से एक के सीनियर लीडर बनने तक के अपने सफ़र में पॉल डुपुई ने एक एथलीट, स्वयंसेवक और सीईओ के तौर पर अपने अनुभव के साथ परिवर्तनकारी लीडरशिप के जरिए अपना करियर खुद बनाया। 5 का नियम पुस्तक में विचारा गया E5 का फॉर्मूला जाना-पहचाना भी है और नया भी। यह लीडरशिप का एक ऐसा मॉडल है जिसकी नींव 'दिग्गजों के समर्थन' पर आधारित है। इसकी सीख ऐसे लीडरों से ली गई है जिनमें शामिल हैं 'समानुभूति' और 'सक्षम बनाने' को अपने लीडरशिप दृष्टिकोण के मूल में रखनेवाले, पैनासोनिक के संस्थापक, कोनोसुके मात्सुशिता; अपने 3E को साथ लेकर चलनेवाले जैक वेल्च, जिन्होंने फिर प्रॉक्टर ऍड गैम्बल के बॉब मैकडॉनल्ड को खुद 5E के संस्करण को ईजाद करने के लिए प्रेरित किया, और जिम कॉलिन्स जिन्होंने निष्पादन को मूल में रखते हुए गुड टु ग्रेट पुस्तक में लेवल 5 लीडरशिप का अपना संस्करण साझा किया। E5 मूवमेंट एक आह्वान है दुनियाभर के सभी लीडर्स के लिए कि वे पूरे प्रभाव के साथ कदम उठाने हेतु दुनिया का नेतृत्व करें। यह पाँच E हैं परिकल्पना करना, अभिव्यक्त करना, रोमांचित करना, सक्षम करना और निष्पादित करना। लीडरशिप के यह पाँचों नियम समय व सीमाओं से परे हैं। असल जीवन से लिए गए उदाहरण इस पुस्तक की संवादात्मक शैली के साथ मिलकर इसे सभी के लिए समझने-योग्य व प्रभावशाली बनाते हैं। यह विचारोत्तेजक व व्यवहारिक पुस्तक लीडरों को विवश कर देगी कि वे खुद अपनी लीडरशिप के बारे में सोचें और अपनी-अपनी टीमों का नेतृत्व करने के अपने मिशन में पाँचो E को अपनाएँ, जो वाकई में परिवर्तनकारी हो सकता है। आप भी अपने पाँच चुनकर इस आंदोलन में शामिल हो जाएँ।
लेखक परिचय
पॉल डुपुई, रँडस्टैंड जापान के सीईओ और चेयरमैन हैं। इससे पहले पॉल, रैंडस्टैंड इंडिया के सीईओ और होप इंटरनैशनल (जेपी) के चेयरमैन भी रह चुके हैं। वह एक कनाडाई और द्विभाषी हैं, वह अंग्रेज़ी और जापानी, दोनों ही बोल सकते हैं, 25 से भी अधिक वर्षों से पूरे एशिया में रहकर काम कर चुके हैं। वह एक उत्साही एथलीट हैं, तथा आइस हॉकी और स्वयंसेवा करने का विशेष शौक रखते हैं।
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