ब्रह्मर्षि पितामह पत्री जी द्वारा लिखित "गौतम बुद्ध" पुस्तक में गौतम बुद्ध के जीवन, उनके विचारों, और बौद्ध धर्म के असल स्वरूप को उजागर किया गया है। इसमें बुद्ध के जीवन के अनछुए पहलुओं, उनके दिव्य ज्ञान की यात्रा, और आत्म-ज्ञान की ओर अग्रसर होने के मार्ग की चर्चा है। पुस्तक में यह भी बताया गया है कि बुद्ध ने ध्यान और 'अष्टांग मार्ग' के माध्यम से कैसे समस्त संसार को आत्मज्ञान की ओर प्रेरित किया।
बुद्ध के जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं, जैसे उनकी तपस्या, ज्ञान प्राप्ति, और 'धर्म प्रचार' के प्रारंभ का वर्णन भी किया गया है। इसके साथ ही, 'चार आर्य सत्य', 'अष्टांग मार्ग', और ध्यान के महत्व पर विस्तृत रूप से चर्चा की गई है। पत्री जी इस पुस्तक के माध्यम से यह संदेश देते हैं कि बुद्ध के विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितने उनके समय में थे। यह पुस्तक आत्मज्ञान की खोज करने वालों के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन है।
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