वसिष्ठामृतम् एक अद्वितीय ग्रंथ है जो श्री वसिष्ठ और श्री राम के संवाद के माध्यम से आत्म-ज्ञान, वैराग्य, और जीवन के गूढ़ रहस्यों को उजागर करता है। यह पुस्तक योगवासिष्ठ के प्रमुख श्लोकों का सार प्रस्तुत करती है, जो आत्मज्ञान की ओर बढ़ने वाले व्यक्तियों के लिए अनमोल मार्गदर्शन प्रदान करती है। इसमें वसिष्ठ जी द्वारा राम को दी गई शिक्षाओं का संकलन है, जिसमें उन्होंने संसार के दुखों से मुक्ति पाने के लिए पुरुषार्थ, विवेक और ध्यान के महत्व को स्पष्ट किया है।
यह ग्रंथ न केवल शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की प्राप्ति के लिए ध्यान की आवश्यकता को रेखांकित करता है, बल्कि आत्म-साक्षात्कार और जीवन के परम उद्देश्य को भी उजागर करता है। इसमें जीवन के सभी पहलुओं को संतुलित और सामंजस्यपूर्ण बनाने की विधियों का वर्णन है, जिससे व्यक्ति अपनी आत्मा की शुद्धता को प्राप्त कर सकता है और संसार के बंधनों से मुक्त हो सकता है।
वसिष्ठामृतम् जीवन को गहराई से समझने और आत्मा के वास्तविक स्वरूप को पहचानने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मार्गदर्शक है, जो आत्म-संतोष, मानसिक शांति, और आंतरिक जागरूकता की ओर ले जाता है।
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