उन सभी हजारों पाठकों ने जिन्होंने मेरे अद्भुत आर्टिकिल्स और मेरे मूलभूत कार्य व्यवहारिक 'हस्त रेखा' का सुंदर तरीके से स्वागत किया, बहुतेरे व्यक्तियों ने अपने अनुभव और आभासीय ज्ञान का मेरे साथ जो आदान-प्रदान किया उससे यह कलात्मक विषय निश्चित तौर पर आगे बढ़ा। बहुतों ने संपर्क स्थापित कर मुझे हस्त रेखाओं से संबंधित असंख्य निर्देश दिए। अंत में मैंने उन सभी के आग्रहों को स्वीकार किया और उनसे प्राप्त ज्ञान को वापस आप सभी तक पहुँचाने के लिए तत्पर होकर अपने संपूर्ण प्रयासों से इन सामग्रियों को यहाँ एकत्र किया। इसका निर्माण करने के लिए समकालीन व्यक्तियों से संपर्क स्थापित और वर्तमान स्थितियों तथा समकालीन उपलब्धताओं की सजगताओं का घटित घटनाओं के साथ एकलयबद्धता स्थापित कर आपको उससे अवगत कराने का साहस जुटा पाया। यह अत्यंत कठिन परिश्रम से प्राप्त घटनाओं की सजीवता आपको परखने के लिए प्रस्तुत करता हूँ। आधुनिक काल में जीव विज्ञान के ज्ञान ने, मानव से संबंधित पूर्व ज्ञान को पूरी तरह परास्त कर उसे पछाड़ दिया है। अतः वर्तमान समय में घटित होने वाली व्यवहारिक घटनाओं को, स्वयं को पूर्ण रूप से परिवर्तित कर, नए सिरे से उनका जीवविज्ञान से प्राप्त ज्ञान के साथ लिंक जोड़कर, हस्त रेखाओं का एक नवीनतम अध्ययन आपके समक्ष निजी अनुभवों से प्राप्त आभासीय ज्ञान को मिलान किए जा रहा हूँ। वह सब आप स्वयं परख कर जानिए।
विरोधाभास बहुत हैं। यहाँ भी आपको मिलेंगे, लेकिन विरोधाभासों की परवाह किए बिना मैंने कुछ खास बिंदुओं पर अपने लक्ष्य को स्थापित किए जो कि अन्य लेखकों की पुस्तकों में पूर्णतया अभावता रहेगी जो कि निम्नवत हैं-
1. स्पष्टता और अव्यवहारिक प्रसंगों की अनुपस्थिति।
2. क्रमबद्धता और पूर्णतः प्रासंगिक वर्गीकरण।
3. पूर्णता ।
इस आधार पर इस हिंदी पुस्तक में अन्य लेखकों की अपेक्षा अधिक विश्वसनीय निरीक्षणों को प्रकाशित किया गया है। यहाँ पर हर छोटी-छोटी बात को हजारों निराक्षणों के आधार पर लिखा गया है।
बहुत-सी सूचनाएँ जो व्यक्ति के वास्तविक जीवन से जुड़ी रहती हैं और हस्त रेखाओं की भाषा जो मानव निर्मित भाषाओं में अनुवादित करने में असह्य जान पड़ती हैं, को स्वयं के जीवन के अनुभवों के भंडार के द्वारा सुगम बनाया गया है।
प्रत्येक इलुस्ट्रेसन जो तथ्यों के साथ जोड़ युक्त है, पुस्तक के विकास में सहायक है। जो व्यक्ति हस्त रेखाओं के रहस्य तथा अस्पष्टता के जानने के लिए उत्सुक है, उन्हें जानने के लिए यहाँ पर्याप्त विस्तृत तथा वैरायटी की बारीकियाँ प्राप्त रहेंगी।
तथ्यों का स्पष्ट एवम् कलात्मक विवरण का ज्ञान जो मैं आप तक पहुँचा रहा हूँ, वह या तो मेरे मनगढ़ंत धारणाओं के आधार पर तय है या मैंने अथक प्रयास से व्यक्ति-से-व्यक्ति तक पहुँच कर संकलित किया है।
यहाँ पर मैं काफी हद तक अपने प्रयासों में सफल रहा हूँ, कि जो कुछ मैंने अपने अग्रणियों से सीखा है, उनकी अटकलों तथा निष्कर्षों के विरोधाभास को यहाँ स्पष्ट तौर पर पेश कर पाऊँ।
शरीर आकृति विज्ञान जो मैंने सीखा है. प्रत्येक दिन को पर्याप्त तौर पर हस्त रेखाओं में बूँद पाऊँ। हालाँकि अभी तक इसके व्यवहारिक प्रयोग के लिए कोई मशीनी यथार्थता निर्धारित नहीं है. और ना ही प्रयोगशाला के अंतर्गत कोई मान्यता पूर्ण विधि स्थापित है, लेकिन फिर भी ऐसा लगता है कि हस्त रेखाएँ किसी गूढ़ ज्ञान की ओर इशारा करती हैं जिसका इशारा मानवीय घटनाक्रम के साथ जुड़ा हुआ है। अभी यह कलात्मकता के अंदर आधारित है, क्योंकि इसके लिए अभी तक ठोस सूत्रों तथा सार्वभौमिक विधियों की पर्याप्तता पूर्णतः अपर्याप्त है।
इसलिए यहाँ पर शरीर आकृति की रचना को स्पष्ट करने के लिए डिस्बेरौल्स की प्रशंसनीय स्पष्टीकरणों को आप यहाँ पाएँगे, जो संपूर्ण पुस्तक में संपूर्ण स्थानों पर हितराए हुए हैं। इस पुस्तक का मुख्य उद्देश्य पाठकों को हस्त रेखाओं के रहस्यों के बारे में सीखाना है।
यथार्थ मानदण्डों को हुए बिना यह पुस्तक पामिस्ट्रिी का अध्ययन व्यवहारिक उद्देश्य के लिए सामाजिक तथा व्यवहारिक विधियों को पूर्णतः सम-सामायिक आधार पर प्रस्तुत करती है।
व्यवहारिक शब्द किसी अभिप्राय के लिए जोड़ा गया है, लेकिन इससे भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है। इस पुस्तक का अध्ययन करने के उपरान्त आपको लगेगा कि आप किसी विश्वसनीय पामिस्ट के संपर्क में हैं, जिसका उद्देश्य आपको बहकाने अथवा छलने का नहीं है। आपकी परिस्थितियाँ आपको इस व्यवसाय से दूर रख सकती हैं; लेकिन इस पुस्तक स्टेप-टू-स्टेप अध्ययन आपको स्वयं के हाथ देखने का अभ्यास और स्वयं के बारे में जानकारी निर्विवादित मूल्यों के द्वारा प्राप्त होंगी।
जो हस्त रेखाओं के बारे में पूर्ण रूप से नए हैं या जो नौसिखिए हैं, उन्हें पुस्तक का अध्ययन धीरे-धीरे करना चाहिए। मुझे पूर्ण विश्वास है कि उन्हें भी जानकारी हासिल करने में यह पुस्तक उपयोगी साबित होगी, फिर भी नौसिखियों के भ्रम को दूर करने के लिए, मैं अपनी अंतिम सलाह यह दूंगा कि वे निम्न बातें ध्यान में रखे-
पुस्तक का अध्ययन किस प्रकार करें (How to study this book):-
1. धीरे-धीरे पढ़ें (Read to slowly)-किसी भी एक शब्द, वाक्य, पैराग्राफ तथा चैप्टर को ना छोड़े। हड़बड़ाहट में अध्ययन ना करें। शालीनता दर्शाए।
2. दूसरे पार्ट की अपेक्षा प्रथम पार्ट को अवश्य पढ़ें (Do not attempt to read further than part first) पुस्तक अध्ययन करने से पहले हस्त रेखीय शब्दावली पूर्ण रूप से सीख लें। जब भी (Physiology of Palmistry) हस्त रेखीय आकृति और (Map of Hand) हाथ का मानचित्र का अध्ययन करें तो उन (Terminology) शब्दावली का ध्यान दिमाग में अवश्य रखें।
3. प्रथम अध्ययन में निम्न बातों को छोड़ दें जो किसी चैपटर और पैराग्राफ में छितरायी हुई हैं। (In your first reading of the book leave out the following chapters and interspersed paragraphs).
(i) अग्रणी या मुख्य प्रकार के हाथ (The leading types of hands)
(ii) हाथ के ऊपर भिन्न प्रकार का चिह्न (The signatures of the mounts)
(iii) पर्वत के ऊपर पर्वत के भिन्न-भिन्न प्रकार के चिह्न (The signatures of the mounts)
(iv) उदाहरण (The cases) जो बुक के अंदर फैले हैं। (v) अँगुलियों और अँगूठे के अंदर चिह्न तथा रेखाओं (The Lines and signs of fingers and Thumb)
(vi) पामिस्ट्रिी शब्दावली (The Palmistic Dictionary)
उपर्युक्त बातों का ध्यान रख कर पुस्तक की प्रथम पाठन की अपेक्षा द्वितीय पाठन आसान रहेगा और लाभकारी भी होगा। इस आनंद का अच्छा अनुभव आप स्वयं कर सकते हैं।
4. क्रमबद्ध तरीके से पढ़ें (Read Consecutively)-आगे पढ़ने की ओर ध्यान ना दें। अधूरे पाचन से दूसरी ओर यानि आगे की ओर का जम्प (jump) ना मारे। यह आपको अनावश्यक थकावट देगा। कोई भी भाग जब तक पूर्ण पाचन (digest) ना हो जाए तब तक अन्य ओर ध्यान ना दें। याद रखें पामिस्ट्री एक भाषा है जिससे हम अनजान अवश्य हैं, पर यह अत्यंत सरल है। इसको ठीक उसी प्रकार सींखे जैसे आप किसी अन्य भाषा को सीखते हैं। पहले अक्षर, फिर शब्द, फिर वाक्य, फिर पैराग्राफ, फिर पेज, उसके बाद चैपटर और अंत में वोल्यूम सीखते हैं।
5. अगर आपने इस बुक से पामिस्ट्री सीखने की प्रबल इच्छा बना ली है, तब आप पूरी तरह स्वयं को इस बुक में तल्लीन कर लीजिए, जब तक आप इसके पेज से पेज कान्टेन्ट्स से वाकिफ ना हो जाए। इस दौरान आप अन्य किसी टीचर से संपर्क ना करें और उसकी बात सुनकर स्वयं को कन्फ्यूज ना करें। इस बुक को अपना कमान्डर मान लीजिए, संकट के समय जैसे आप किसी विश्वसनीय पर विश्वास करते हैं। यह मार्डन पामिस्ट्रिी है जो आर्थोडोक्स पामिस्ट्रिी से अपनी अलग विश्वसनीय पहचान बनाती है।
मैंने जो कुछ पैराग्राफ अपनी सलाह तथा इन्करेजमेन्ट के दिए हैं, वे मेरी तीव्र उत्सुकताओं को जोड़ते हैं कि आप 'पामिस्ट्री फार प्रोफेसन अभिप्राय' बुक से निश्चित ही उपयुक्त निचोड़ को ग्रहण करेंगे। इसकी कुछ झलक और मानसिक लाभ मैंने डी, अरपेन्टिजी और डिसबेरौल्स के कार्य से गहन संपर्क स्थापित करने से प्राप्त किया। इस पुस्तक को लिखने के लिए मैंने सिर्फ इस ही टीचर को स्वीकार किया।
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