भारतीय शास्त्रीय संगीत को पूर्णतः समर्पित बिहार की पहली एवं भारतवर्ष की दूसरी महिला गिटार वादिका डॉ. अनुपमा कुमारी का जन्म पाटलीपुत्र की पवित्र भूमि पर हुआ | आपने आठ वर्ष की आयु से ही संगीत के क्षेत्र मे पदार्पण किया | जीवन साथी एवं पथप्रदर्शक के रूप में आपको श्री मुस्तफा हुसैन जी का जो कथक केन्द्र दिल्ली मे तबला वादक के पद पर कार्यरत है, पूर्णतः सहयोग प्राप्त है | आपने गायन की शिक्षा पं. हीरालाल मिश्र जी से तथा गिटार वादन की शिक्षा श्री मनोज गुहा, श्री अनिल मिश्रा एवं श्री आशीष चटर्जी जी के सानिध्य में रहकर प्राप्त की | वर्तमान समय में लगभग 10 वर्षो से विश्वविख्यात गिटार वादक पं. विश्वमोहन भट्ट जी के दिशा निर्देशन में गुरु- शिष्य परम्परा के तहत गिटार की विधिवत तामील निरन्तर जारी है | शैक्षणिक और क्रियात्मक दोनों ही पक्षों पर सामान अधिकार रखते हुए आपने समाजशास्त्र में M.A. मगध महिला कॉलेज से तथा संगीत एवं ललित कला संकाय , दिल्ली विश्वविद्यालय से संगीत में M. Mus. M. Phil तथा Ph.D की उपाधि प्राप्त की | दिल्ली विश्वविद्यालय से M.A.(Guitar) में आपको Ustad Mustaq Ali Khan Memorial Medal (Gold Medal) से सम्मानित किया गया | इसके अतिरिक्त आपने गायन में संगीत भास्कर, नजरुल गीति में संगीत विशारद तथा गिटार वादन में संगीत भास्कर, संगीत प्रवीण तथा संगीत मार्तण्ड की भी उपाधि प्राप्त की | आपको राष्ट्रीय युवा पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है | संगीत के क्षेत्र में कार्य करने हेतु आपको भारत सरकार के सांस्कृतिक मंत्रालय द्वारा Junior Fellowship दिया गया | भारतवर्ष के सभी बड़े संगीत समारोहों में आपने गिटार वादन की सफल प्रस्तुतियाँ दी है | आकाशवाणी तथा दूरदर्शन से भी आपको कार्यक्रम प्रसारित होते रहते है |
भारतीय शास्त्रीय संगीत को पूर्णतः समर्पित बिहार की पहली एवं भारतवर्ष की दूसरी महिला गिटार वादिका डॉ. अनुपमा कुमारी का जन्म पाटलीपुत्र की पवित्र भूमि पर हुआ | आपने आठ वर्ष की आयु से ही संगीत के क्षेत्र मे पदार्पण किया | जीवन साथी एवं पथप्रदर्शक के रूप में आपको श्री मुस्तफा हुसैन जी का जो कथक केन्द्र दिल्ली मे तबला वादक के पद पर कार्यरत है, पूर्णतः सहयोग प्राप्त है | आपने गायन की शिक्षा पं. हीरालाल मिश्र जी से तथा गिटार वादन की शिक्षा श्री मनोज गुहा, श्री अनिल मिश्रा एवं श्री आशीष चटर्जी जी के सानिध्य में रहकर प्राप्त की | वर्तमान समय में लगभग 10 वर्षो से विश्वविख्यात गिटार वादक पं. विश्वमोहन भट्ट जी के दिशा निर्देशन में गुरु- शिष्य परम्परा के तहत गिटार की विधिवत तामील निरन्तर जारी है | शैक्षणिक और क्रियात्मक दोनों ही पक्षों पर सामान अधिकार रखते हुए आपने समाजशास्त्र में M.A. मगध महिला कॉलेज से तथा संगीत एवं ललित कला संकाय , दिल्ली विश्वविद्यालय से संगीत में M. Mus. M. Phil तथा Ph.D की उपाधि प्राप्त की | दिल्ली विश्वविद्यालय से M.A.(Guitar) में आपको Ustad Mustaq Ali Khan Memorial Medal (Gold Medal) से सम्मानित किया गया | इसके अतिरिक्त आपने गायन में संगीत भास्कर, नजरुल गीति में संगीत विशारद तथा गिटार वादन में संगीत भास्कर, संगीत प्रवीण तथा संगीत मार्तण्ड की भी उपाधि प्राप्त की | आपको राष्ट्रीय युवा पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है | संगीत के क्षेत्र में कार्य करने हेतु आपको भारत सरकार के सांस्कृतिक मंत्रालय द्वारा Junior Fellowship दिया गया | भारतवर्ष के सभी बड़े संगीत समारोहों में आपने गिटार वादन की सफल प्रस्तुतियाँ दी है | आकाशवाणी तथा दूरदर्शन से भी आपको कार्यक्रम प्रसारित होते रहते है |