स्नेह, सहयोग, सद्भाव, सृजन की भावना ने "स्नेहिल" संस्था को जन्म दिया। स्नेहिल का विश्वास है कला के माध्यम से यदि व्यक्ति संस्कारित होगा तो उसकी सुगन्ध और सृजनात्मकता से सम्पूर्ण समाज समुज्जवल होगा, समुन्नत होगा।" स्नेहिल गत् 18 वर्षों से संस्कृति संरक्षण और राष्ट्रनिष्ठा विकास की मशाल को निरन्तर प्रज्जवलित किये हुए है। स्नेहिल ने अभी अभी यौवन की दहलीज पर कदम रखे हैं, पहला कदम अखिल भारतीय महिला कलाकार उत्सव मार्च 2009 दूसरा कदम अखिल भारतीय महिला चित्रकार प्रदर्शनी अभिनव कला केन्द्र जम्मू कश्मीर मई 09, और अगले कदम के रूप में 'सृजन शोध संकलन' आप सुधीजनों के समक्ष है। यह अंक कला को समर्पित है। जहाँ कला के विभिन्न पहलुओं से जुड़े शोधपत्र शमिल है। वहीं उत्तराखण्ड, जम्मू कश्मीर राजस्थान, मध्यप्रदेश आदि राज्यों के महिला चित्रकारों पर विशेष लेखों को शमिल किया गया है। निश्चित ही यह शोध संकलन में सृजन में जहां कला विद्यार्थियों के लिय लाभकारी होगा वही नवोदिप्त कलाकारों एवं कलाप्रेमियों की प्रेरणा एवं आत्मिक आनन्दानुभूति का स्त्रोत बनेगा। प्रत्यक्ष, अप्रत्यक्ष रूप से सहयोगियों के प्रति आभार प्रकट करते हुए, आपकी सजग प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा में ममता सिंह।
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